NCERT Solutions for Class 8 Sanskrit Chapter 9 सप्तभगिन्यः

Class 8 Sanskrit Chapter 9 सप्तभगिन्यः

NCERT Solutions For Class 8 Sanskrit Chapter 9 सप्तभगिन्यः, (संस्कृत)परीक्षा के छात्रों को राज्य बोर्ड और सीबीएसई स्कूलों में से कुछ में एनसीईआरटी की पुस्तकों के माध्यम से पढ़ाया जाता है ।  के रूप में अध्याय एक अंत शामिल है, वहां एक अभ्यास के लिए छात्रों को मूल्यांकन के लिए तैयार सहायता प्रदान की है ।  छात्रों को उन अभ्यासों को बहुत अच्छी तरह से स्पष्ट करने की जरूरत है क्योंकि बहुत पिछले उन लोगों से पूछा भीतर सवाल । 

कई बार, छात्रों के अभ्यास के भीतर अटक जाते है और सवालों के सभी स्पष्ट करने में सक्षम नहीं हैं ।  छात्रों को सभी प्रश्नों को हल करने और अपनी पढ़ाई को संदेह के साथ बनाए रखने में सहायता करने के लिए, हमने सभी कक्षाओं के लिए छात्रों के लिए स्टेप एनसीईआरटी सॉल्यूशंस द्वारा कदम प्रदान किए हैं।  इन उत्तरों को इसी तरह छात्रों की सहायता और सवालों का सही जवाब देने के तरीके के रूप में ठीक से सचित्र समाधान की सहायता के साथ बेहतर अंक स्कोरिंग में छात्रों की मदद मिलेगी ।

NCERT Solutions for Class 8 Sanskrit Chapter 9 सप्तभगिन्यः

Class 8 Sanskrit Chapter 9 सप्तभगिन्यः

1. उच्चारणं कुरुत
(उच्चारण करो)

उत्तराणि:
सुप्रभातम्
चतुर्विंशतिः
सप्तभगिन्यः
गुणगौरवदृष्ट्या

महत्त्वाधायिनी
द्विसप्ततितमे
प्राकृतिकसम्पद्भिः
पुष्पस्तबकसदृशानि

पर्वपरम्पराभिः
वंशवृक्षनिर्मितानाम्
वंशोद्योगोऽयम्
अन्ताराष्ट्रियख्यातिम्

2. प्रश्नानाम् उत्तराणि एकपदेन लिखत –
(प्रश्नों के उत्तर एकपद में लिखो)

(क) अस्माकं देशे कति राज्यानि सन्ति?
उत्तराणि:
अष्टाविंशतिः

(ख) प्राचीनेतिहासे काः स्वाधीनाः आसन्?
उत्तराणि:
सप्तभगिन्यः

(ग) केषां समवायः ‘सप्तभगिन्यः’ इति कथ्यते?
उत्तराणि:
सप्तराज्यानाम्

(घ) अस्माकं देशे कति केन्द्रशासितप्रदेशाः सन्ति?
उत्तराणि:
सप्त

(ङ) सप्तभगिनी-प्रदेशे कः उद्योगः सर्वप्रमुखः?
उत्तराणि:
वंशोद्योगः।

3. पूर्णवाक्येन उत्तराणि लिखत –
(पूर्ण वाक्य में उत्तर लिखिए)

(क) भगिनीसप्तके कानि राज्यानि सन्ति?
(ख) इमानि राज्यानि सप्तभगिन्यः इति किमर्थं कथ्यन्ते?
(ग) सप्तभगिनी-प्रदेशे के निवसन्ति?
(घ) एतत्प्रादेशिकाः कैः निष्णाताः सन्ति?
(ङ) वंशवृक्षवस्तूनाम् उपयोगः कुत्र क्रियते?
उत्तराणि:
(क) भगिनीसप्तके सप्त राज्यानि सन्ति।
(ख) अयं प्रयोगः प्रतीकात्मकः अस्ति।
(ग) सप्तभगिनी-प्रदेशे जनाः निवसन्ति।
(घ) एतत्प्रादेशिकाः कलाभिः निष्णाताः सन्ति।
(ङ) वंशवृक्षवस्तूनाम् उपयोगः सप्तभगिनी-प्रदेशे क्रियते।

4. रेखाङ्कितपदमाधृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत –
(रेखांकित पदों के आधार पर प्रश्न निर्माण कीजिए)

(क) वयं स्वदेशस्य राज्यानां विषये ज्ञातुमिच्छामि।
उत्तराणि:
वयं कस्य राज्यानां विषये ज्ञातुमिच्छामि?

(ख) सप्तभगिन्यः प्राचीनेतिहासे प्रायः स्वाधीनाः एव दृष्टाः।
उत्तराणि:
काः प्राचीनेतिहासे प्रायः स्वाधीनाः एव दृष्टाः?

(ग) प्रदेशेऽस्मिन् हस्तशिल्पानां बाहुल्यं वर्तते।
उत्तराणि:
प्रदेशेऽस्मिन् केषां बाहुल्यं वर्तते?

(घ) एतानि राज्यानि तु भ्रमणार्थं स्वर्गसदृशानि।
उत्तराणि:
एतानि राज्यानि तु भ्रमणार्थं कीदृशानि?

5. यथानिर्देशमुत्तरत
(निर्देशानुसार प्रश्नों के उत्तर लिखिए)

(क) ‘महोदये! मे भगिनी कथयति’-अत्र ‘मे’ इति सर्वनामपदं कस्यै प्रयुक्तम्?
उत्तराणि:
स्वरायै

(ख) सामाजिक-सांस्कृतिकपरिदृश्यानां साम्याद् इमानि उक्तोपाधिना प्रथितानि-अस्मिन् वाक्ये प्रथितानि इति क्रियापदस्य कर्तृपदं किम्?
उत्तराणि:
इमानि

(ग) एतेषां राज्यानां पुनः सङ्घटनम् विहितम्-अत्र ‘सङ्घटनम्’ इति कर्तृपदस्य क्रियापदं किम्?
उत्तराणि:
विहितम्

(घ) अत्र वंशवृक्षाणां प्राचुर्यम् विद्यते-अस्मात् वाक्यात् ‘अल्पता’ इति पदस्य विपरीतार्थकं पदं चित्वा लिखत?
उत्तराणि:
प्राचुर्यम्

(ङ) ‘क्षेत्रपरिमाणैः इमानि लघूनि वर्तन्ते’ वाक्यात् ‘सन्ति’ इति क्रियापदस्य समानार्थकपदं चित्वा लिखत?
उत्तराणि:
वर्तन्ते।

6. (अ) पाठात् चित्वा तद्भवपदानां कृते संस्कतपदानि लिखत –
(पाठ से चयन करके तद्भव पदों के लिए संस्कृत पद लिखो)

        तद्भव-पदानि          संस्कृत-पदानि
यथा– सात                     सप्त
        बहिन                    …………
        संगठन                  …………
        बाँस                      …………
       आज                      …………
       खेत                       …………
उत्तराणि:
      तद्भव-पदानि              संस्कृत-पदानि
      बहिन                        भगिनी।
      संगठन                      सङ्घटनम्।
      बाँस                          वंशम्।
      आज                         अद्य।
      खेत                          क्षेत्रम्।

(आ) भिन्नप्रकृतिकं पदं चिनुत –
(भिन्न प्रकृति वाले पद को चुनो)

(क) गच्छति, पठति, धावति, अहसत्, क्रीडति।
(ख) छात्रः, सेवकः, शिक्षकः, लेखिका, क्रीडकः।
(ग) पत्रम्, मित्रम्, पुष्पम्, आम्रः, फलम्।
(घ) व्याघ्रः, भल्लूकः, गजः, कपोतः, वृषभः, सिंहः।
(ङ) पृथिवी, वसुन्धरा, धरित्री, यानम्, वसुधा।
उत्तराणि:
(क) अहसत्
(ख) लेखिका
(ग) आम्रः
(घ) कपोतः
(ङ) यानम्।

7. विशेष्य-विशेषणानाम् उचितं मेलनम् कुरुत –
(विशेष्य और विशेषणों का उचित मेल करो)

विशेष्य-पदानि               विशेषण-पदानि
अयम्                          संस्कृतिः
संस्कृतिविशिष्टायाम्        इतिहासे
महत्त्वाधायिनी                प्रदेशः
प्राचीने                        समवायः
एक:                           भारतभूमौ
उत्तराणि:
विशेष्य-पदानि              विशेषण-पदानि
अयम्                         प्रदेशः।
संस्कृतिविशिष्टायाम्       भारतभूमौ।
महत्त्वाधायिनी              संस्कृतिः।
प्राचीने                        इतिहासे।
एकः                          समवायः।

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