NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 3 दोहे

Class 10 Hindi Sparsh Chapter 3 दोहे

NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 3 दोहे, (हिंदी)परीक्षा में राज्य बोर्ड और सीबीएसई स्कूलों में से कुछ में एनसीईआरटी की किताबों के माध्यम से छात्रों को पढ़ाया जाता है के रूप में अध्याय एक अंत शामिल है, वहां एक अभ्यास के लिए छात्रों को मूल्यांकन के लिए तैयार सहायता प्रदान की है छात्रों को उन अभ्यासों को बहुत अच्छी तरह से स्पष्ट करने की जरूरत है क्योंकि बहुत पिछले उन लोगों से पूछा भीतर सवाल

कई बार, छात्रों के अभ्यास के भीतर अटक जाते है और सवालों के सभी स्पष्ट करने में सक्षम नहीं हैं छात्रों को सभी प्रश्नों को हल करने और अपनी पढ़ाई को संदेह के साथ बनाए रखने में सहायता करने के लिए, हमने सभी कक्षाओं के लिए छात्रों के लिए स्टेप एनसीईआरटी सॉल्यूशंस द्वारा कदम प्रदान किए हैं। इन उत्तरों को इसी तरह छात्रों की सहायता और सवालों का सही जवाब देने के तरीके के रूप में ठीक से सचित्र समाधानों की सहायता से बेहतर अंक स्कोरिंग में छात्रों की मदद मिलेगी

NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 3 दोहे

Class 10 Hindi Sparsh Chapter 3 दोहे

पाठ्य पुस्तक प्रश्न

(क) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-

प्रश्न 1.
छाया भी कब छाया हूँढ़ने लगती है?
उत्तर:
जेठ वह महीना होता है जब गरमी अपने चरम पर होती है। इस महीने में जब सूर्य सिर के ऊपर होता है तो वस्तुओं की परछाई बिलकुल छोटी रह जाती है। इस छोटी छाया को देखकर लगता है कि छाया भी वस्तु को ओर गरमी से बचने के लिए भाग रही है। इस समय पेड़ों और घरों की छाया भी घर और पेड़ के नीचे दुबक जाती है। इस समय छाया बाहर कहीं नहीं दिखती है। इस तरह जेठ महीने में छाया भी छाया हूँढ़ने लगती है।

प्रश्न 2.
बिहारी की नायिका यह क्यों कहती है-‘कहिहै सबु तेरौ हियौ, मेरे हिय की बात’–स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
बिहारी की नायिका ऐसा इसलिए कहती है, क्योंकि नायिका और नायक का प्रेम सच्चा है तथा दोनों के हृदयों के तार आपस में जुड़े रहते हैं इसलिए वे एक-दूसरे के दिल की बात को स्वयं ही जान लेते हैं, क्योंकि प्रेम अनुभव को विषय है। नायिका से अपने हृदय की बात न तो पत्र के रूप लिख पा रही है और न मौखिक रूप से संदेश भेज पा रही है। संदेश भेजने में उसे लज्जा आती है।

प्रश्न 3.
सच्चे मन में राम बसते हैं। दोहे के संदर्भानुसार स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
कवि बिहारी देखते हैं कि कुछ लोग भक्ति का आडंबर और दिखावापूर्ण भक्ति करते हुए प्रभु को पाने का प्रयास करते हैं। ऐसे लोग हाथ में जपमाला लेकर राम-राम जपते हैं या राम नाम छपा वस्त्र धारण करके भक्त होने का दम भरते हैं और कुछ लोग तो माथे पर तिलक लगाकर प्रभु को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। ऐसी भक्ति कच्चे मन वाले लोग करते हैं। कवि का मानना है कि राम तो सच्ची भक्ति से ही प्रसन्न होते हैं।

प्रश्न 4.
गोपियाँ श्रीकृष्ण की बाँसुरी क्यों छिपा लेती हैं?
उत्तर:
गोपियाँ श्रीकृष्ण की बाँसुरी उनकी प्यारी-प्यारी रसभरी तथा अलौकिक आनंद प्रदान करने वाली बातों को सुनने के लालच के लिए छिपा लेती हैं अर्थात् श्रीकृष्ण से बातचीत करने के लिए गोपियाँ उनकी बाँसुरी छिपा देती हैं।

प्रश्न 5.
बिहारी कवि ने सभी की उपस्थिति में भी कैसे बात की जा सकती है, इसका वर्णन किस प्रकार किया है? अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर:
कवि बिहारी ने अपने दोहे में कहा है कि बैठक में घर के छोटे-बड़े सभी सदस्य उपस्थित हैं। ऐसे में नायक-नायिका इन सदस्यों की उपस्थिति में बातें नहीं कर पाते हैं तो वे बातें करने का तरीका खोज़ लेते हैं। नायक आँखों के संकेत से नायिका से प्रणय निवेदन करता है जिसे नायिका संकेतों से मना कर देती है। नायिका के मना करने के ढंग से नायक प्रसन्न हो जाता है। मना करने के बाद भी प्रसन्न होने से नायिका खीझ जाती है और बनावटी क्रोध प्रकट करती है। जिससे दोनों की आँखें मिल जाती हैं। वे खुश हो जाते हैं और मूक स्वीकृति बन जाती है। अब नायिका नारी सुलभ लज्जा के कारण लज्जित हो जाती है। इस तरह नायक-नायिका ने सभी की उपस्थिति में संकेतों में बातें कर लीं।

(ख) निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-

प्रश्न 1.
मनौ नीलमनि-सैल पर आतपु पयौ प्रभात।
उत्तर:
भाव यह है कि श्रीकृष्ण ने अपने साँवले शरीर पर पीला वस्त्र धारण कर रखा है। इससे श्रीकृष्ण का सौंदर्य बढ़ गया है। उनके शरीर पर पीला वस्त्र ऐसे सुशोभित हो रहा है, मानो नीलमणि पर्वत पर प्रभातकालीन सूर्य की पीली किरणें पड़ने से उसका सौंदर्य निखर उठा है।

प्रश्न 2.
जगतु तपोबन सौ कियौ दीरघ-दाध निदाघ।
उत्तर:
इस पंक्ति का आशय है कि संसार (जगत) को प्रभु ने ग्रीष्म ऋतु की प्रचंड गरमी से उसी प्रकार तपा दिया है, जिस प्रकार तपस्वी तपोवन को अपने तप के द्वारा शुद्ध एवं पवित्र करता है।

प्रश्न 3.
जपमाला, छापैं, तिलक सरै न एकौ कामु।
मन-काँचै नाचै बृथा, साँचै राँचै रामु ।
उत्तर:
भाव यह है कि कुछ लोग प्रभु को पाने के लिए भक्ति कम आडंबर और दिखावा ज्यादा करते हैं। ये लोग जपमाला लेकर राम-नाम जपते हैं। रामनामी वस्त्र ओढ़कर आडंबर करते हैं और तिलक लगाकर प्रभु भक्त होने का दम भरते हैं। ऐसा कुछ कच्चे मन वाले करते हैं। राम को पाने के लिए इस दिखावे की आवश्यकता नहीं, क्योंकि राम तो सच्ची भक्ति से ही प्रसन्न हो जाते हैं।

योग्यता विस्तार

प्रश्न 1.
सतसैया के दोहरे, ज्यों नावक के तीर। देखन में छोटे लगे, घाव करें गंभीर।। अध्यापक की मदद से बिहारी विषयक इस दोहे को समझने का प्रयास करें। इस दोहे से बिहारी की भाषा संबंधी किस विशेषता का पता चलता है?
उत्तर:
इस दोहे से बिहारी की भाषा संबंधी विशेषता का पता चलता है कि कम-से-कम शब्दों में अधिक-से-अधिक बात कहना। अर्थात् गागर में सागर भरना। बिहारी कम-से-कम शब्दों में अधिक-से-अधिक अर्थ भरने की कला में दक्ष हैं। बिहारी की अभिव्यक्ति कला बहुत सक्षम एवं प्रभावी है। उन्होंने मुक्तक काव्य-शैली को अपनाया है।

परियोजना कार्य

प्रश्न 1.
बिहारी कवि के विषय में जानकारी एकत्रित कीजिए और परियोजना पुस्तिका में लगाइए।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।

एनसीईआरटी सॉल्यूशंस के लाभ

एनसीईआरटी के कक्षा 10 समाधान में अत्यंत महत्वपूर्ण बिंदु हैं, और प्रत्येक अध्याय के लिए, प्रत्येक अवधारणा को सरल बनाया गया है ताकि उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम प्राप्त करने की संभावनाओं को याद रखना और बढ़ाना आसान हो सके। परीक्षा की तैयारी के संदर्भ यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं कि ये समाधान आपको परीक्षा की तैयारी में कैसे मदद कर सकते हैं ।

  1. यह छात्रों को प्रत्येक अध्याय में कई समस्याओं को हल करने में मदद करता है और उन्हें अपनी अवधारणाओं को और अधिक सार्थक बनाने के लिए प्रोत्साहित करता है।
  2. कक्षा 10 समाधानों के लिए एनसीईआरटी समाधान आपको अपने ज्ञान को अपडेट करने और अपनी अवधारणाओं को परिष्कृत करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं ताकि आप परीक्षा में अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकें।
  3. ये समाधान सबसे अच्छी परीक्षा सामग्री हैं, जिससे आप अपने सप्ताह और अपनी ताकत के बारे में अधिक जानने की अनुमति देते हैं। परीक्षा में अच्छे परिणाम पाने के लिए जरूरी है कि आप अपनी कमजोरियों को दूर करें।
  4. परीक्षा में ज्यादातर प्रश्न एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकों के समान तरीके से तैयार किए जाते हैं । इसलिए, छात्रों को विषय को बेहतर ढंग से समझने के लिए प्रत्येक अध्याय में समाधानों की समीक्षा करनी चाहिए।
  5. यह निशुल्क है।

कक्षा 10 परीक्षा की तैयारी के लिए टिप्स और रणनीतियां

  1. अपने पाठ्यक्रम और पाठ्यक्रम की योजना बनाएं और संशोधन के लिए समय बनाएं
  2. परीक्षा की तैयारी के लिए हर बार अपनी अवधारणाओं को स्पष्ट करने के लिए cbsestudyguru वेबसाइट पर उपलब्ध एनसीईआरटी समाधान का उल्लेख करें ।
  3. परीक्षा को सफलतापूर्वक पास करने के लिए सीखना शुरू करने के लिए cbsestudyguru लर्निंग ऐप का उपयोग करें। हल और अनसुलझे कार्यों सहित पूर्ण शिक्षण सामग्री प्रदान करें।
  4. यह अपने शिक्षकों या एलेक्स (एक अल अध्ययन बॉट) के साथ परीक्षा से पहले अपने सभी संदेहों को स्पष्ट करने के लिए महत्वपूर्ण है ।
  5. जब आप किसी चैप्टर को पढ़ते या पढ़ते हैं तो एल्गोरिदम फॉर्मूले, प्रमेय आदि लिखें और परीक्षा से पहले उनकी जल्दी समीक्षा करें ।
  6. अपनी अवधारणाओं को मजबूत बनाने के लिए पर्याप्त संख्या में प्रश्न पत्रों का अभ्यास करें।
  7. आराम और उचित भोजन लें।  ज्यादा तनाव न करें।

कक्षा 10 के लिए सीबीएसस्टूडुगुरु एनसीईआरटी सॉल्यूशंस का विकल्प क्यों चुनते हैं?

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