NCERT Class 10 Hindi Sparsh Chapter 14 Summary गिरगिट

Hindi Sparsh Chapter 14 Summary गिरगिट

NCERT Class 10 Hindi Sparsh Chapter 14 Summary गिरगिट, (Hindi) exam are Students are taught thru NCERT books in some of the state board and CBSE Schools. As the chapter involves an end, there is an exercise provided to assist students to prepare for evaluation. Students need to clear up those exercises very well because the questions inside the very last asked from those.

Sometimes, students get stuck inside the exercises and are not able to clear up all of the questions.  To assist students, solve all of the questions, and maintain their studies without a doubt, we have provided a step-by-step NCERT Summary for the students for all classes.  These answers will similarly help students in scoring better marks with the assist of properly illustrated Notes as a way to similarly assist the students and answer the questions right.

NCERT Class 10 Hindi Sparsh Chapter 14 Summary गिरगिट

 

पाठ की रूपरेखा

अंतोन चेखव द्वारा रचित प्रस्तुत कहानी ‘ गिरगिट ‘ में एक घटना के माध्यम से यह स्पष्ट किया गया है कि शोषक को उसकी जाति , पद व रुतबे के अनुसार नहीं , बल्कि उसके अपराध के आधार पर दंड मिलना चाहिए तथा शोषित व्यक्ति को न्याय भी उसी आधार पर मिलना चाहिए । ऐसा करके ही हम स्वस्थ समाज व सुखद राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं ।

सुशासन की व्यवस्था समानता के सिद्धांत पर चलती है । सुशासन के प्रति लोगों के मन में आदर का भाव उत्पन्न होता है , क्योंकि वे निडर होकर अपना जीवन व्यतीत कर सकते हैं । ऐसी शासन व्यवस्था का सपना हम तभी पूरा कर सकते हैं , जब शासन की बागडोर सँभालने वाले लोग पक्षपात किए बिना अपने अधिकारों और कर्तव्यों का पालन करें ।

 

पाठ का सार

बाज़ार का एक दृश्य

पुलिस इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव नया ओवरकोट पहने हुए , हाथ में बंडल पकड़े हुए , बाज़ार के चौराहे से गुज़र रहा था । उसके पीछे – पीछे एक लाल बालों वाला सिपाही चल रहा था , जिसने हाथ में ज़ब्त की हुई झरबेरियों ( बेर की एक किस्म ) की टोकरी उठा रखी थी । बाज़ार में पूरी तरह खामोशी थी । तभी अचानक एक आवाज़ सुनाई दी , ” तो तू काटेगा ? तू ? शैतान कहीं का ! ओ छोकरों ! इसे मत जाने दो । पकड़ लो इस कुत्ते को । “

इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव की प्रतिक्रिया

तभी एक कुत्ते की दुःखी आवाज़ सुनाई दी । इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव ने देखा कि व्यापारी पिचूगिन के काठगोदाम से एक कुत्ता लंगड़ाता हुआ चला आ रहा है । एक व्यक्ति कुत्ते के पीछे दौड़ रहा था । उसने गिरते – पड़ते कुत्ते को पिछली टाँग से पकड़ लिया । देखते – ही – देखते दोनों की आवाज़ सुनकर भीड़ एकत्रित हो गई । सिपाही के बोलने पर इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव ने उस आदमी की ओर देखा । वह भीड़ को अपनी उंगली ऐसे दिखा रहा था मानो उसने जीत का झंडा फहरा दिया हो । इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव उस व्यक्ति को पहचान गया । वह ख्यूक्रिन सुनार था । सफ़ेद बारजोई पिल्ला बुरी तरह काँप रहा था । यह देखकर भीड़ को चीरते हुए इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव ने सवाल किया — ‘ तुम लोग इधर क्या कर रहे हो ? तुमने अपनी उंगली ऊपर क्यों उठा रखी है ? “

इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव का ख्यूक्रिन से सवाल – जवाब

इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव को जवाब देते हुए ख्यूक्रिन ने बताया कि वह तो चुपचाप चला जा रहा था । उसे मित्री मित्रिच से लकड़ी लेकर कुछ काम निपटाना था कि अचानक इस कुत्ते ने उसकी उंगली काट ली । अब वह एक हफ्ते तक काम नहीं कर सकेगा । वह तो एक कारीगर है । उसका काम बहुत कठिन है । अब उसका क्या होगा ? उसे इसके मालिक से हरज़ाना दिलवाया जाए । इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव ने पूछा कि यह कुत्ता किसका है ? वह इस मामले को छोड़ने वाला नहीं है । उसने अपने साथ चल रहे सिपाही येल्दीरीन से कहा कि पता लगाओ , यह पिल्ला किसका है ? तभी भीड़ में से एक व्यक्ति बोला कि यह कुत्ता शायद जनरल झिगालॉव का है ।

इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव के व्यवहार में परिवर्तन

जनरल झिगालॉव का नाम सुनकर इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव को अचानक गर्मी लगने लगी । वह सिपाही से कोट उतरवाने में मदद लेता है । साथ ही ख्यूक्रिन को भी धमकाने लगता है । वह उसे शैतान बताकर यह आरोप लगाता है कि ” तुम झूठ बोलकर हरज़ाने के बहाने पैसे हड़पना चाहते हो , इसीलिए ऐसा कह रहे हो । ” सिपाही भी इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव की हाँ में हाँ मिलाता है । यह सुनकर ख्यूक्रिन क्रोधित हो कह उठता है कि उसका भाई भी पुलिस में है ।

सिपाही गंभीरतापूर्वक टिप्पणी करता है कि जनरल साहब के पास ऐसा कोई कुत्ता नहीं है । उनके तो सभी कुत्ते पोंटर हैं । यह सुनकर इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव भी अपनी सहमति जताते हुए बोलता है कि जनरल साहब एक सभ्य आदमी हैं । इतना भद्दा कुत्ता वे नहीं पाल सकते । यदि इस तरह का कुत्ता मॉस्को या पीटर्सबर्ग में दिख जाता , तो कानून की परवाह किए बिना इसकी छुट्टी कर दी जाती । इसे हर हालत में मज़ा चखाया जाना ज़रूरी है ।

इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव का बात को बदलना

सिपाही फिर अपना कथन बदलते हुए कहता है- ” शायद यह जनरल साहब का ही कुत्ता है । कल ही मैंने इसी तरह का कुत्ता उनके आँगन में देखा था । ” भीड़ में से एक व्यक्ति ने भी सिपाही की बात को उचित ठहराया । यह सुनकर इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव ने फिर गिरगिट की तरह रंग बदला और ठंड लगने का बहाना बनाते हुए कोट पहना तथा सिपाही से कहा कि इस कुत्ते को जनरल साहब के पास ले जाओ और पता लगाओ कि यह उन्हीं का है या नहीं । उनसे विनती करना कि इसे गली में आने से रोकें । ख्यूक्रिन को भी डाँटता है कि अपनी भद्दी उंगली दिखाना बंद करो । यह सब तुम्हारी गलती है ।

जनरल साहब के बावर्ची प्रोखोर का आगमन

तभी जनरल साहब का बावर्ची प्रोखोर आ जाता है । पूछने पर वह बताता है कि इस तरह का पिल्ला उसने काफी लंबे समय से नहीं देखा है । यह सुनते ही इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव साहब तुरंत बोले- अब अधिक जाँचने की ज़रूरत नहीं है । यह आवारा कुत्ता है , इसे मार डालो । ” तभी प्रोखोर बोल उठा- ” यह हमारा नहीं , जनरल साहब के भाई का कुत्ता है । जो थोड़ी देर पहले इधर आए हैं । अपने जनरल साहब को ‘ बारजोयस ‘ नस्ल के कुत्तों में कोई दिलचस्पी नहीं है , पर उनके भाई को यही नस्ल पसंद है । “

इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव का चापलूस व्यक्तित्व

जनरल साहब के भाई के पधारने का समाचार सुनकर इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव खुशी से भर जाता है । वह उनसे मिलने की आतुरता ( व्याकुलता ) दर्शाता है और हैरानी प्रकट करते हुए कहता है कि उसे इतना भी पता नहीं चला कि जनरल साहब के भाई इतने सुंदर डॉगी के साथ पधारे हैं । प्रोखोर कुत्ते को सँभालकर काठगोदाम से बाहर चला गया । भीड़ , ख्यूक्रिन पर हँसने लगी । इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव ने उसी को धमकाते हुए कहा- ” मैं तुझे अभी ठीक करता हूँ । ” यह कहकर वह बाज़ार के चौराहे को काटकर अपने रास्ते पर चला गया ।

 

शब्दार्थ

ज़ब्त – कब्ज़ा करना

झरबेरी – बेर की एक किस्म

जबड़ा- मुँह में नीचे – ऊपर की हड्डी , जिसमें दाँत जमें होते हैं

किकियाना – कष्ट में होने पर कुत्ते के द्वारा की जाने वाली आवाज़

काठगोदाम – लकड़ी का गोदाम

कलफ़ – मांड लगाया गया कपड़ा

ऊँघना – झपकी आना

जनशांति- लोगों का शांत जीवन

लहूलुहान – खून से लथपथ

बारज़ोयस – कुत्ते की एक प्रजाति

संकट- आतंक / भय

कमबख्त – अभागा

कामकाजी – काम – धंधे में लगा व्यक्ति

पेचीदा – कठिन

किस्म – प्रकार / तरह

लायक- योग्य

गुज़ारिश- प्रार्थना

हरज़ाना – क्षतिपूर्ति / नुकसान के बदले में दी जाने वाली रकम आदमखोर आदमी को खाने वाला

बरदाश्त – सहना

खँखारता – खाँसते हुए

त्योरियाँ – भौंहें चढ़ाना

निबटना- सबक सिखाना

इल्म – ज्ञान

ख़याल – विचार / सोच

रत्ती भर – ज़रा सा / बहुत छोटा तत्काल उसी क्षण / समय

मत्थे मढ़ना- ज़बरदस्ती आरोप लगाना

बखूबी- अच्छी तरह

कानून सम्मत- कानून के अनुसार व्यवहार

गंभीरतापूर्वक – सोच – समझ कर

टिप्पणी – अपना मत रखना

पोंटर – कुत्ते की प्रजाति

नस्ल – जाति / वंश

भद्दा- अनाकर्षक / कुरूप

मरियल- कमज़ोर

हश्र होना- परिणाम होना

परवाह करना- ख़याल रखना / देखभाल करना

छुट्टी करना – मार डालना

गाँठ बाँध लेना – दृढ़ निश्चय कर लेना

मज़ा चखाना- दंड देना / परिणाम भुगतना

बावर्ची- खाना बनाने वाला

आह्लाद – खुशी / प्रसन्नता

हैरानी- अचंभा

अद्भुत – अनोखा

प्रदर्शन – दिखावा

चोगा- एक प्रकार का गर्म वस्त्र

Leave a Comment