NCERT Solutions for Class 6 Sanskrit Ruchira Chapter 13 विमानयानं रचयाम

Class 6 Sanskrit Ruchira Chapter 13 विमानयानं रचयाम

NCERT Solutions for Class 6 Sanskrit Ruchira Chapter 13 विमानयानं रचयाम, (संस्कृत) परीक्षा के छात्रों को राज्य बोर्ड और सीबीएसई स्कूलों में से कुछ में एनसीईआरटी की पुस्तकों के माध्यम से पढ़ाया जाता है ।  के रूप में अध्याय एक अंत शामिल है, वहां एक अभ्यास के लिए छात्रों को मूल्यांकन के लिए तैयार सहायता प्रदान की है ।  छात्रों को उन अभ्यासों को बहुत अच्छी तरह से स्पष्ट करने की जरूरत है क्योंकि बहुत पिछले उन लोगों से पूछा भीतर सवाल ।

कई बार, छात्रों के अभ्यास के भीतर अटक जाते है और सवालों के सभी स्पष्ट करने में सक्षम नहीं हैं ।  छात्रों की सहायता करने के लिए, सभी प्रश्नों को हल करने और बिना किसी संदेह के अपनी पढ़ाई को बनाए रखने के लिए, हमने सभी कक्षाओं के लिए छात्रों के लिए स्टेप एनसीईआरटी सॉल्यूशंस द्वारा कदम प्रदान किए हैं।  इन उत्तरों को इसी तरह छात्रों की सहायता करने और प्रश्नों को सही करने के तरीके के रूप में ठीक से सचित्र समाधानों की सहायता से बेहतर अंक प्राप्त करने में छात्रों की मदद मिलेगी ।

NCERT Solutions for Class 6 Sanskrit Ruchira Chapter 13 विमानयानं रचयाम

Class 6 Sanskrit Ruchira Chapter 13 विमानयानं रचयाम

अभ्यासः

प्रश्न 1.
पाठे दत्तं गीतं सस्वरं गायत।
उत्तर:
छात्र स्वयं सस्वर गाएँ।

प्रश्न 2.
कोष्ठकान्तर्गतेषु शब्देषु तृतीयाविभक्तिं योजयित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत

यथा- नभः चन्द्रेण शोभते। (चन्द्र)
(क) सा ………. जलेन मुखं प्रक्षालयति। (विमल)
(ख) राघवः ………. विहरति। (विमानयान)
(ग) कण्ठः ………………….. शोभते। (मौक्तिकहार)
(घ) नभः ……………………. प्रकाशते। (सूर्य)
(ङ) पर्वतशिखरम् ………. आकर्षकं दृश्यते। (अम्बुदमाला)
उत्तर:
(क) विमलेन
(ख) विमानयानेन
(ग) मौक्तिकहारेण
(घ) सूर्येण
(ङ) अम्बुदमालया/अम्बुदमालाभिः

प्रश्न: 3.
भिन्नवर्गस्य पदं चिनुतभिन्नवर्गः

यथा- सूर्यः, चन्द्रः अम्बुदः शुक्रः। — अम्बुदः
(क) पत्राणि, पुष्पाणि, फलानि, मित्राणि …………..
(ख) जलचरः खेचरः, भूचरः, निशाचरः। …………..
(ग) गावः, सिंहाः, कच्छपाः, गजाः। …………..
(घ) मयूराः, चटकाः, शुकाः मण्डूकाः। …………..
(ङ) पुस्तकालयः, श्यामपट्टः, प्राचार्यः, सौचिकः। …………..
(च) लेखनी, पुस्तिका, अध्यापिका, अजा। …………..
उत्तर:
(क) मित्राणि
(ख) खेचरः
(ग) कच्छपाः
(घ) मण्डुकाः
(ङ) सौचिकः
(च) अजा

प्रश्न: 4.
प्रश्नानाम् उत्तराणि लिखत

(क) के वायुयानं रचयन्ति? …………..
(ख) वायुयानं कं-कं क्रान्त्वा उपरि गच्छति? …………..
(ग) वयं कीदृशं सोपानं रचयाम? …………..
(घ) वयं कस्मिन् लोके प्रविशाम? …………..
(ङ) आकाशे काः चित्वा मौक्तिकहारं रचयाम? …………..
(च) केषां गृहेषु हर्ष जनयाम? …………..
उत्तर:
(क) (विमान अभियन्तारः) बालकाः वायुयानं रचयन्ति।
(ख) वायुयानं उन्नतवृक्षं तुङ्गं भवनं क्रान्त्वा उपरि गच्छति।
(ग) वयं हिमवन्तं सोपानं रचयाम।
(घ) वयं चन्दिरलोके प्रविशाम।
(ङ) आकाशे विविधाः ताराः चित्वा मौक्तिकहारं रचयाम।
(च) दु:खित-पीड़ित-कृषिक जनानां गृहेषु हर्ष जनयाम।

प्रश्नः 5.
विलोमपदानि योजयत

उन्नतः – पृथिव्याम्
गगने – असुन्दरः
सुन्दरः – अवनतः
चित्वा – शोकः
दुःखी – विकीर्य
हर्षः – सुखी
उत्तर:
उन्नत – अवनतः
गगने – पृथिव्याम्सुं
दर: – असुन्दरः
चित्वा – विकीर्य
दु:खी – सुखी
हर्षः – शोकः।

प्रश्नः 6.
समुचितैः पदैः रिक्तस्थानानि पूरयत

उत्तर:

प्रश्नः 7.
पर्यायपदानि योजयत

गगने – जलदः
विमले – निशाकरः
चन्द्रः – आकाशे
सूर्यः – निर्मले
अम्बुदः – दिवाकरः
उत्तर:
गगने – आकाशे
विमले – निर्मले
चन्द्रः – निशाकरः
सूर्यः – दिवाकरः
अम्बुदः – जलदः।

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