Shemushi Sanskrit Class 10 Solutions Chapter 8 विचित्रः साक्षी

Class 10 Solutions Chapter 8 विचित्रः साक्षी

Shemushi Sanskrit Class 10 Solutions Chapter 8 विचित्रः साक्षी, (संस्कृत) परीक्षा में राज्य बोर्ड और सीबीएसई स्कूलों में से कुछ में एनसीईआरटी की किताबों के माध्यम से छात्रों को पढ़ाया जाता है ।  के रूप में अध्याय एक अंत शामिल है, वहां एक अभ्यास के लिए छात्रों को मूल्यांकन के लिए तैयार सहायता प्रदान की है ।  छात्रों को उन अभ्यासों को बहुत अच्छी तरह से स्पष्ट करने की जरूरत है क्योंकि बहुत पिछले उन लोगों से पूछा भीतर सवाल । 

कई बार, छात्रों के अभ्यास के भीतर अटक जाते है और सवालों के सभी स्पष्ट करने में सक्षम नहीं हैं ।  छात्रों की सहायता करने के लिए, सभी प्रश्नों को हल करने और एक संदेह के साथ अपनी पढ़ाई को बनाए रखने के लिए, हमने सभी कक्षाओं के लिए छात्रों के लिए कदम दर कदम एनसीईआरटी समाधान प्रदान किए हैं।  इन उत्तरों को इसी तरह छात्रों की सहायता और सवालों का सही जवाब देने के तरीके के रूप में ठीक से सचित्र समाधानों की सहायता से बेहतर अंक स्कोरिंग में छात्रों की मदद मिलेगी ।

Shemushi Sanskrit Class 10 Solutions Chapter 8 विचित्रः साक्षी

Class 10 Solutions Chapter 8 विचित्रः साक्षी

अभ्यासः

प्रश्न 1.
एकपदेन उत्तरं लिखत-

(क) कीदृशे प्रदेशे पदयात्रा न सुखावहा?
उत्तराणि:
विजनप्रदेशे

(ख) अतिथि: केन प्रबुद्धः?
उत्तराणि:
पादध्वनिना

(ग) कृशकायः कः आसीत्?
उत्तराणि:
अभियुक्तः

(घ) न्यायाधीशः कस्मै कारागारदण्डम् आदिष्टवान्?
उत्तराणि:
आरक्षिणे

(ङ) कं निकषा मृतशरीरम् आसीत्?
उत्तराणि:
राजमार्ग

प्रश्न 2.
अधोलिखितानां प्रश्नानाम् उत्तराणि संस्कृतभाषया लिखत-

(क) निर्धनः जनः कथं वित्तम् उपार्जितवान्?
उत्तराणि:
निर्धनः जनः भूरि परिश्रम्य वित्तम्, उपार्जितवान्।

(ख) जनः किमर्थं पदाति: गच्छति?
उत्तराणि:
अर्थ कार्येन पीडितः जनः बसयानं विहाय पदातिः गच्छति।

(ग) प्रसृते निशान्धकारे स किम् अचिन्तयत्?
उत्तराणि:
प्रसूते निशान्धकारे सः अचिन्तयत् – ‘निशान्धकारे प्रसृते विजने प्रदेशे पदयात्रा न शुभावहा’।

(घ) वस्तुतः चौरः कः आसीत्?
उत्तराणि:
वस्तुतः आरक्षी चौरः आसीत्।

(ङ) जनस्य क्रन्दनं निशम्य आरक्षी किमुक्तवान्?
उत्तराणि:
जनस्य क्रन्दनं क्षुत्वा (निशम्य) आरक्षी उक्तवान्- “रे दुष्ट! तास्मिन् दिने त्वयाऽहं चोरितायाः मञ्जूषायाः ग्रहणाद् वारिता। इदानीं निजकृत्यस्य फलं भुक्ष्व अस्मिन् चौर्याभियोगे त्वं वर्षत्रयस्य कारादण्ड लप्स्यसे”।

(च) मतिवैभवशालिन: दुष्कराणि कार्याणि कथं साधयन्ति?
उत्तराणि:
मतिवैभवशालिनः दुष्कराणि कार्याणि नीति युक्तिं समालम्ब्य लीलया एव साधयन्ति।

प्रश्न 3.
रेखांकितपदमाधृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत-

(क) पुत्र द्रष्टुं सः प्रस्थितः।
उत्तराणि:
कम् द्रष्टुं सः प्रस्थितः?

(ख) करुणापरो गृही तस्मै आश्रयं प्रायच्छत्।
उत्तराणि:
करुणापरो गृही कस्मै आश्रयं प्रायच्छत्?

(ग) चौरस्य पादध्वनिना अतिथिः प्रबुद्धः।
उत्तराणि:
कस्य पादध्वनिना अतिथिः प्रबुद्धः?

(घ) न्यायाधीशः बंकिमचन्द्रः आसीत्।
उत्तराणि:
न्यायाधीशः कः आसीत्?

(ङ) स भारवेदनया क्रन्दति स्म।
उत्तराणि:
कयाक्रन्दति स्म?

(च) उभौ शवं चत्वरे स्थापितवन्तौ।
उत्तराणि:
उभौ शवं कुत्र स्थापितवन्तौ?

प्रश्न 4.
यथानिर्देशमुत्तरत-

(क) ‘आदेश’ प्राप्य उभौ अचलताम्’ अत्र किं कर्तृपदम्?
उत्तराणि:
उभौ

(ख) ‘एतेन आरक्षिणा अध्वनि यदुक्तं तत् वर्णयामि’-अत्र ‘मार्गे’ इत्यर्थे कि पदं प्रयुक्तम्?
उत्तराणि:
अध्वनि

(ग) ‘करुणापरो गृही तस्मै आश्रयं प्रायच्छत्’-अत्र ‘तस्मै’ इति सर्वनामपदं कस्मै प्रयुक्तम्?
उत्तराणि:
निर्धनजनाय

(घ) ‘ततोऽसौ तौ अग्रिमे दिने उपस्थातुम् आदिष्टवान्’ अस्मिन् वाक्ये किं क्रियापदम्?
उत्तराणि:
आदिष्टवान्

(ङ) ‘दुष्कराण्यपि कर्माणि मतिवैभवशालिनः’-अत्र विशेष्यपदं किम्?
उत्तराणि:
कर्माणि

प्रश्न 5.
संन्धि/सन्धिविच्छेदं च कुरुत-

(क) पदातिरेव – ________ + _________
(ख) निशान्धकारे – ________ + _________
(ग) अभि + आगतम् – ________
(घ) भोजन + अन्ते – ________
(ङ) चौरोऽयम् – ________ + _________
(च) गृह + अभ्यन्तरे – ________
(छ) लीलयैव – ________ + _________
(ज) यदुक्तम् – ________ + _________
(झ) प्रबुद्धः + अतिथि: – ________
उत्तराणि:
(क) पदातिरेव            – पदातिः + एव
(ख) निशान्धकारे        – निशा + अन्धकारे
(ग) अभि + आगतम्   – अभ्यागतम्
(घ) भोजन + अन्ते      – भोजनान्ते
(ङ) चौरोऽयम्            – चौरः + अयम्
(च) गृह + अभ्यन्तरे     – गृहाभ्यन्तरे
(छ) लीलयैव               – लीलया + एव
(ज) यदुक्तम्               – यत् + उक्तम्
(झ) प्रबुद्धः + अतिथिः   – प्रबुद्धोऽतिथि:

प्रश्न 6.
अधोलिखितानि पदानि भिन्न-भिन्नप्रत्ययान्तानि सन्ति। तानि पृथक् कृत्वा निर्दिष्टानां प्रत्ययानामधः लिखत-

परिश्रम्य, उपार्जितवान्, दापयितुम्, प्रस्थितः, द्रष्टुम्, विहाय, पृष्टवान्, प्रविष्टः, आदाय, क्रोशितुम्, नियुक्तः, नीतवान्, निर्णतुम्, आदिष्टवान्, समागत्य, मुदितः।


उत्तराणि:

प्रश्न 7(अ).
अधोलिखितानि वाक्यानि बहुवचने परिवर्तयत-

(क) स बसयानं विहाय पदातिरेव गन्तुं निश्चयं कृतवान्।
(ख) चौरः ग्रामे नियुक्तः राजपुरुषः आसीत्।
(ग) कश्चन चौर: गृहाभ्यन्तरं प्रविष्टः।
(घ) अन्येयुः तौ न्यायालये स्व-स्व-पक्षं स्थापितवन्तौ।
उत्तराणि:
(क) ते बसयानं विहाय पदातिरेव गन्तुं निश्चयं कृतवन्तः।
(ख) चौराः ग्रामेषु/ग्रामे नियुक्ताः राजपुरुषाः आसन्।
(ग) केचन चौराः गृहाभ्यन्तरं प्रविष्टाः।
(घ) अन्येयुः ते न्यायालये स्व-स्व पक्षान् स्थापितवन्तः।

प्रश्न 7(आ).
कोष्ठकेषु दत्तेषु पदेषु यथानिर्दिष्टां विभक्तिं प्रयुज्य रिक्तस्थानानि पूरयत-

(क) सः ________ निष्क्रम्य बहिरगच्छत्। (गृहशब्दे पंचमी)
(ख) गृहस्थः ________ आश्रयं प्रायच्छत्। (अतिथिशब्दे चतुर्थी)
(ग) तौ ________ प्रति प्रस्थितौ। (न्यायाधिकारिन् शब्दे द्वितीया)
(घ) ________ चौर्याभियोगे त्वं वर्षत्रयस्य कारादण्ड लप्यसे। (इदम् शब्दे सप्तमी)
(ङ) चौरस्य ________ प्रबुद्धः अतिथिः। (पादध्वनि शब्दे तृतीया)
उत्तराणि:
(क) गृहात्
(ख) अतिथये
(ग) न्यायाधिकारिणं
(घ) अस्मिन्
(ङ) पादध्वनिना

एनसीईआरटी सॉल्यूशंस के लाभ

एनसीईआरटी के कक्षा 10 समाधान में अत्यंत महत्वपूर्ण बिंदु हैं, और प्रत्येक अध्याय के लिए, प्रत्येक अवधारणा को सरल बनाया गया है ताकि उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम प्राप्त करने की संभावनाओं को याद रखना और बढ़ाना आसान हो सके। परीक्षा की तैयारी के संदर्भ यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं कि ये समाधान आपको परीक्षा की तैयारी में कैसे मदद कर सकते हैं ।

  1. यह छात्रों को प्रत्येक अध्याय में कई समस्याओं को हल करने में मदद करता है और उन्हें अपनी अवधारणाओं को और अधिक सार्थक बनाने के लिए प्रोत्साहित करता है।
  2. कक्षा 10 समाधानों के लिए एनसीईआरटी समाधान आपको अपने ज्ञान को अपडेट करने और अपनी अवधारणाओं को परिष्कृत करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं ताकि आप परीक्षा में अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकें।
  3. ये समाधान सबसे अच्छी परीक्षा सामग्री हैं, जिससे आप अपने सप्ताह और अपनी ताकत के बारे में अधिक जानने की अनुमति देते हैं। परीक्षा में अच्छे परिणाम पाने के लिए जरूरी है कि आप अपनी कमजोरियों को दूर करें।
  4. परीक्षा में ज्यादातर प्रश्न एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकों के समान तरीके से तैयार किए जाते हैं । इसलिए, छात्रों को विषय को बेहतर ढंग से समझने के लिए प्रत्येक अध्याय में समाधानों की समीक्षा करनी चाहिए।
  5. यह निशुल्क है।

कक्षा 10 परीक्षा की तैयारी के लिए टिप्स और रणनीतियां

  1. अपने पाठ्यक्रम और पाठ्यक्रम की योजना बनाएं और संशोधन के लिए समय बनाएं
  2. परीक्षा की तैयारी के लिए हर बार अपनी अवधारणाओं को स्पष्ट करने के लिए cbsestudyguru वेबसाइट पर उपलब्ध एनसीईआरटी समाधान का उल्लेख करें ।
  3. परीक्षा को सफलतापूर्वक पास करने के लिए सीखना शुरू करने के लिए cbsestudyguru लर्निंग ऐप का उपयोग करें। हल और अनसुलझे कार्यों सहित पूर्ण शिक्षण सामग्री प्रदान करें।
  4. यह अपने शिक्षकों या एलेक्स (एक अल अध्ययन बॉट) के साथ परीक्षा से पहले अपने सभी संदेहों को स्पष्ट करने के लिए महत्वपूर्ण है ।
  5. जब आप किसी चैप्टर को पढ़ते या पढ़ते हैं तो एल्गोरिदम फॉर्मूले, प्रमेय आदि लिखें और परीक्षा से पहले उनकी जल्दी समीक्षा करें ।
  6. अपनी अवधारणाओं को मजबूत बनाने के लिए पर्याप्त संख्या में प्रश्न पत्रों का अभ्यास करें।
  7. आराम और उचित भोजन लें।  ज्यादा तनाव न करें।

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